क्यों करें : बच्चों के लिए पालतू जानवर (कुत्ता आदि) पालें
Table of Contents

कई लोग पालतू जानवर घर में रखना पसंद करते हैं | पालतू जानवर हमारे जीवन में प्यार, खुशी, और साथ लाते हैं. वे हमें जिम्मेदार बनाते हैं, सामाजिक दायरा बढ़ाते हैं, और हमारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर करते हैं |
- प्यार और दोस्ती: पालतू जानवर बिना शर्त प्यार देते हैं, जिससे हम अकेलेपन से बचते हैं |
- तनाव कम करना: पालतू जानवरों के साथ रहने से तनाव कम होता है और मन खुश रहता है |
- जिम्मेदारी और सामाजिक दायरा: पालतू जानवर हमें जिम्मेदार बनाते हैं और नए लोगों से मिलने के अवसर देते हैं |
- स्वास्थ्य: पालतू जानवरों के साथ व्यायाम होता है और मानसिक सेहत भी अच्छी रहती है |
बच्चों के लिए पालतू जानवर क्यों पालें ?
चलिए पहले कुछ विस्तृत जानकारी, उदाहरण और अनुभव के बारे में जानते हैं जो यह समझने में मदद करेंगे कि माता-पिता अपने बच्चों के लिए पालतू जानवर क्यों रखते हैं:
- जिम्मेदारी और स्वतंत्रता:
- उदाहरण: 10 साल की रिया को हर सुबह अपने पालतू खरगोश को पानी देना और उसकी सफाई करना होता है। इससे उसे समय प्रबंधन और जिम्मेदारी का महत्व समझने में मदद मिली है।
- अनुभव: जब माता-पिता बच्चों को पालतू जानवरों की देखभाल सौंपते हैं, तो यह उन्हें स्वतंत्रता और आत्मविश्वास का एहसास दिलाता है।
- प्रेम और दोस्ती :
- उदाहरण: 8 साल का हर्ष अपने कुत्ते ‘वीर’ के साथ खेलना और घूमना पसंद करता है। वीर हमेशा खुश रहता है जब हर्ष उसके पास जाता है, और हर्ष को भी वीर का साथ बहुत अच्छा लगता है।
- अनुभव: पालतू जानवर बिना शर्त प्यार और दोस्ती देते हैं, जो बच्चों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह उन्हें अकेलापन महसूस करने से बचाता है और उन्हें सुरक्षित महसूस कराता है।
- शिक्षा और सीखना:
- उदाहरण: 5 साल की दीया अपने पालतू मछली ‘गप्पी’ के बारे में किताबें पढ़ती है और उसकी देखभाल के बारे में अपने पिता से सवाल पूछती है।
- अनुभव: पालतू जानवर बच्चों को विज्ञान, प्रकृति और जीव विज्ञान के बारे में सिखाने का एक शानदार तरीका हो सकते हैं। यह उन्हें जिम्मेदारी और करुणा के महत्व के बारे में भी सिखाता है।
- शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य:
- उदाहरण: 12 साल का अर्जुन अपने कुत्ते ‘शेरू’ को हर दिन सुबह और शाम को घुमाने ले जाता है। इससे उसे नियमित रूप से व्यायाम करने और स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।
- अनुभव: पालतू जानवरों के साथ खेलने और उनकी देखभाल करने से बच्चों में शारीरिक गतिविधि बढ़ती है, जिससे उन्हें स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। यह तनाव कम करने और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी मदद करता है।
- सामाजिक और भावनात्मक विकास:
- उदाहरण: 6 साल की राधिका पार्क में अपने कुत्ते ‘मोमो’ को घुमाने ले जाती है। वहां, वह दूसरे बच्चों से मिलती है और उनके साथ खेलती है।
- अनुभव: पालतू जानवर बच्चों को सामाजिक रूप से अधिक सक्रिय बनाते हैं और उन्हें दूसरों के साथ बातचीत करने में मदद करते हैं। यह उनके आत्मविश्वास और भावनात्मक बुद्धिमत्ता को विकसित करने में भी मदद करता है।
- दया और सहानुभूति सीखना :
- उदाहरण: 9 साल की वाणी की बिल्ली बीमार पड़ी तब वह उसका बहुत ध्यान रखती , उसकी बहुत देखभाल करती थी।
- अनुभव: पालतू जानवरों की देखभाल करने से बच्चों में दया और सहानुभूति का भाव पैदा होता है। उन्हें जानवरों की जरूरतों को समझना और उनकी देखभाल करना सीखना होता है।
बच्चों के लिए पालतू जानवर रखना एक महत्वपूर्ण फैसला है, जो कई जिम्मेदारियों के साथ आता है। अपने बच्चों से बात करें कि क्या वे पालतू जानवर की देखभाल के लिए तैयार हैं। अगर आपके बच्चे इन जिम्मेदारियों को निभाने के लिए तैयार हैं, तो पालतू जानवर आपके बच्चों के जीवन में खुशी, प्यार और सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
बच्चों के लिए किस उम्र में पालतू जानवर (कुत्ता आदि) पालें ?
आपके बच्चों के लिए पालतू जानवर (कुत्ता आदि) लेने की सबसे अच्छी उम्र उनकी परिपक्वता और जिम्मेदारी के स्तर पर निर्भर करती है । यहां कुछ बातें हैं जिन पर विचार किया जा सकता है:
- बच्चों की उम्र : आमतौर पर, 8 साल से अधिक उम्र के बच्चे कुत्ते की देखभाल के लिए ज्यादा जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। इसमें चलना, खिलाना, पानी देना और सफाई करना शामिल है।
- जिम्मेदारी का स्तर: इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि आपके बच्चे कितने जिम्मेदार हैं । क्या वे नियमों का पालन करते हैं? क्या वे अपना कमरा साफ रखते हैं? क्या वे किसी पालतू जानवर की देखभाल के लिए प्रतिबद्ध हैं?
- जीवनशैली : आपकी family की जीवनशैली कैसी है? क्या आपके पास कुत्ते को घुमाने और उसके साथ खेलने के लिए पर्याप्त समय है? क्या आपके पास कुत्ते को रखने के लिए पर्याप्त जगह है?
- नस्ल : उदाहरण के तौर पर अगर कुत्ते को लें तो कुछ नस्लें, जैसे Labrador Retriever और Golden Retriever, बच्चों के साथ अधिक धैर्यवान और सौम्य होती हैं। छोटी नस्लों, जैसे pug और Pomeranian, छोटे बच्चों के लिए अधिक उपयुक्त हो सकती हैं। बड़ी नस्लों, जैसे German Shepherd, छोटे बच्चों के लिए भारी हो सकती हैं और अनजाने में उन्हें चोट पहुंचा सकती हैं।
पालतू जानवर (कुत्ता आदि) को लेने से पहले, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने बच्चों को पालतू जानवर की देखभाल के बारे में सिखाएं । उन्हें सिखाएं कि पालतू जानवर को कैसे संभालना है, उनके साथ खेलना है, और उनकी सफाई करना है । आप उन्हें यह भी सिखा सकते हैं कि पालतू जानवर कैसे संवाद करते हैं ताकि वे पालतू जानवर के संकेतों को समझ सकें ।
सावधानियां
पालतू जानवरों को बीमारियों से बचाने, आपको और आपके परिवार को सुरक्षित रखने और समुदाय की रक्षा करने के लिए टीके (vaccines) लगवाना ज़रूरी है।आपके पालतू जानवर के लिए कौन से टीके ज़रूरी हैं, यह उनके स्वास्थ्य और जीवनशैली पर निर्भर करता है।
- कुत्तों को आमतौर पर distemper, parvovirus, adenovirus (hepatitis) और rabies के टीके लगवाने चाहिए।
- बिल्लियों को इनके अलावा panleukopenia, calicivirus और herpesvirus के टीके भी लगवाने चाहिए।
- पिल्लों और बिल्ली के बच्चों को टीकों की एक श्रृंखला दी जाती है, वयस्कों को booster shots की आवश्यकता होती है।
टीकाकरण आपके पालतू जानवरों को स्वस्थ और खुशहाल रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।